हाल ही में सोशल मीडिया और विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह अफवाह तेजी से फैल रही थी कि केंद्र सरकार केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने जा रही है। इस खबर से कई कर्मचारियों के बीच भ्रम और चिंता का माहौल बन गया था। लेकिन अब सरकार ने खुद इस पर स्पष्ट जवाब देकर सारी अफवाहों पर विराम लगा दिया है।
सरकार का स्पष्ट बयान
राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने साफ-साफ कहा है कि फिलहाल सरकार की कोई योजना नहीं है जिससे रिटायरमेंट की उम्र में बदलाव किया जाए। न तो रिटायरमेंट एज बढ़ाने की कोई तैयारी है और न ही समय से पहले रिटायर करने का कोई प्लान है।
राज्यसभा में उठे सवाल
यह मामला तब चर्चा में आया जब बीजेपी सांसद तेजवीर सिंह ने राज्यसभा में दो सवाल पूछे:
यह भी पढ़े:

-
क्या सरकार कर्मचारियों को समय से पहले रिटायर करने की योजना बना रही है?
-
क्या सरकार देर से रिटायरमेंट लेने के इच्छुक कर्मचारियों के लिए कोई नई पॉलिसी ला रही है?
इन दोनों सवालों पर मंत्री ने सीधा और दो टूक जवाब दिया – “नहीं, ऐसी कोई योजना नहीं है।”
फिलहाल कितनी है रिटायरमेंट की उम्र?
इस समय अधिकांश केंद्रीय कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है। हालांकि कुछ पदों पर यह उम्र अलग होती है:
-
सुप्रीम कोर्ट के जज: 65 वर्ष
-
हाई कोर्ट के जज: 62 वर्ष
-
विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर: 65 वर्ष
इसलिए यह साफ है कि अलग-अलग पदों और विभागों के लिए रिटायरमेंट की उम्र पहले से ही निर्धारित है और उसमें किसी बदलाव की कोई सूचना नहीं है।
वीआरएस का विकल्प भी मौजूद
अगर कोई कर्मचारी खुद समय से पहले रिटायर होना चाहता है, तो उसके पास वीआरएस (वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम) का विकल्प है। वीआरएस लेना पूरी तरह से कर्मचारी की मर्जी पर निर्भर करता है और इस पर कोई दबाव नहीं होता। यह प्रक्रिया सेंट्रल सिविल सर्विस पेंशन नियम 2021 और ऑल इंडिया सर्विस रूल्स 1958 के अंतर्गत संचालित होती है।
रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले लाभ
रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को सरकार की ओर से कई प्रकार के लाभ दिए जाते हैं, जैसे:
-
ग्रेच्युटी
-
पेंशन
-
लीव इनकैशमेंट
-
भविष्य निधि (PF)
-
मेडिकल और अन्य सुविधाएं
ये सभी लाभ कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए अहम माने जाते हैं।
रिटायरमेंट की तैयारी क्यों जरूरी है?
रिटायरमेंट जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। इसकी तैयारी समय रहते करना बहुत जरूरी है। इसके लिए:
-
वित्तीय योजना (Financial Planning) बनाएं
-
स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा लें
-
पेंशन योजनाओं में निवेश करें
-
रिटायरमेंट के बाद के खर्चों का पूर्व अनुमान लगाएं
इस तरह की तैयारी से रिटायरमेंट के बाद आर्थिक चिंता से बचा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों से बचें
सोशल मीडिया पर जब भी इस तरह की खबरें फैलती हैं, तो कई सरकारी कर्मचारी तनाव में आ जाते हैं। लेकिन अब सरकार ने राज्यसभा में दिए गए आधिकारिक जवाब से यह स्पष्ट कर दिया है कि रिटायरमेंट की उम्र में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। इसलिए सभी को केवल सरकार द्वारा जारी आधिकारिक घोषणाओं पर ही भरोसा करना चाहिए।
निष्कर्ष
केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि फिलहाल रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने या घटाने की कोई योजना नहीं है। इससे उन लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को राहत मिली है जो इस अफवाह से परेशान थे। ऐसे में सभी कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया की झूठी खबरों पर ध्यान न दें और अपने वर्तमान नियमों के अनुसार ही रिटायरमेंट की तैयारी करें। भविष्य में अगर सरकार कोई बदलाव करेगी, तो उसकी जानकारी सरकारी माध्यमों से ही दी जाएगी।